कोरोना महामारी के कारण सम्पूर्ण विश्व में एक बोहोत बड़ी health emergency जैसे हालत है | यह महामारी 186 देशो मैं कहर बनकर टूटी है | जिसका एक नकारात्मक प्रभाव आर्थिक जगत पर हुआ है | S & P ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने भारत की विकास दर को 5.2% से घटाकर 2.5% पर सिमट जाने का अनुमान लगाया है |
कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न आर्थिक संकट
Last Updated On: 15 August 2023
कोरोना महामारी के कारण सम्पूर्ण विश्व में एक बोहोत बड़ी health emergency जैसे हालत है | यह महामारी 186 देशो मैं कहर बनकर टूटी है | जिसका एक नकारात्मक प्रभाव आर्थिक जगत पर हुआ है | S & P ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने भारत की विकास दर को 5.2% से घटाकर 2.5% पर सिमट जाने का अनुमान लगाया है |
एशिया महादीप में पैदा होगी आर्थिक मंदी
प्रमुख अर्थशास्त्री शान रोशे के अनुसार कोरोना महामारी के कारण पहली तिमाही में चीन, अमेरिका और यूरोप में शटडाउन और विषाणु संक्रमण के कारण बड़ी मंदी पैदा होगी |
चीन, जापान और भारत की विकासदर घटने का अनुमान
S & P के अनुसार चीन, भारत और जापान की विकासदर क्रमशः 2.9%, 2.5% व – 1.2% रहने का अनुमान है |
प्रमुख रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी घटाया GDP ग्रोथ का अनुमान
इससे पहले को रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने भी कोरोना वायरस के अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर को देखते हुए 2020 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 5.3 फीसदी कर दिया था। मूडीज ने फरवरी में कहा था कि 2020 में भारत की जीडीपी 5.4 फीसदी की रफ्तार से वृद्धि कर सकती है। हालांकि यह भी पहले के 6.6 फीसदी के अनुमान से घटाया गया था। एजेंसी ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5.8 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया।
RBI द्वारा किये गए कुछ महत्वपूर्ण कदम
कोरोनावायरस और उसके आर्थिक प्रभावों से निपटने के लिए सरकार के बाद अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बड़ा कदम उठाया है. आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दर यानी रेपो रेट में 0.75 प्रतिशत की कटौती की है.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि रेपो दर को मौजूदा समय में 5.15 प्रतिशत से घटाकर 4.4 प्रतिशत किया गया है. मौद्रिक नीति समिति (MPC) के 6 सदस्यों में से चार ने इस कदम के पक्ष में वोट किया है. इससे होम लोन समेत अन्य कर्जों की ईएमआई में कमी आने की उम्मीद है. आर्थिक नरमी को दूर करने के लिए आरबीआई इससे पहले भी कई बार नीतिगत ब्याज दर में कटौती कर चुका है. साथ ही बैंकों को दरों में पर्याप्त कटौती करने का भी निर्देश दिया था.
RBI ने दिए बैंको को 3 महीने EMI में राहत देने के आदेश
RBI ने सभी बैंक्स को अपने ग्राहकों को 3 माह की EMI बाद में लेने या आगे बढ़ाने की सलाह दी है अगर आप नहीं चाहते तो बैंक आपसे 3 माह की EMI नहीं लेंगे ओर आप डिफाल्टर भी नहीं होंगे | इसे आप इस तरह समाज सकते है जो आपकी EMI 24 महीने की थी वह 3 महीने आगे बढ़ जाएगी वो 27 महीने की हो जाएगी |
RBI ने दी सभी ग्राहकों के पैसे सुरक्षित रखने की गारंटी
RBI ने सभी ग्राहकों को उनके पैसे सुरक्षित रखने का भरोसा दिया | देश में कोरोना के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए बोहोत से ग्राहकों के मन में दुविधा थी जिसे RBI ने आज पूरी तरह से ख़तम कर दिया |
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ डोक्टर, नर्स और पेरामेडिकल स्टाफ को मिलेगा 50 लाख का बीमा कवर
भारत सरकार ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों को एक बड़ा तौफा दिया हे इस संकट की घडी में सबसे अधिक रिस्क में स्वस्थ्य कार्यकर्ता कार्य कर रहे है उनकी चिंता को देखते हुए प्रधानमंत्री द्वारा ये कदम उठाया गया है |